- कंपनी के चेयरमैन बिड़ला ने कहा- मदद नहीं मिलने पर दिवालिया का विकल्प चुनना पड़ेगा
- कुमार मंगलम बिड़ला के बयान के बाद कंपनी के शेयर में 9% गिरावट आई
- वोडाफोन-आइडिया को सितंबर तिमाही में 50921 करोड़ रुपए का रिकॉर्ड घाटा हुआ था
नई दिल्ली. वोडाफोन-आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला का कहना है कि सरकार से राहत नहीं मिली तो कंपनी बंद करनी पड़ेगी। बिड़ला ने शुक्रवार को एक समिट में कंपनी के भविष्य को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में ऐसा कहा। उन्होंने संकेत दिए कि वोडाफोन-आइडिया में अब और निवेश नहीं करेंगे। बिड़ला ने कहा कि राहत नहीं मिलने पर दिवालिया का विकल्प चुनना पड़ेगा।
वोडाफोन-आइडिया ने टैरिफ बढ़ाने का फैसला लिया, लेकिन पर्याप्त नहीं
रिलायंस जियो के आने के बाद बाकी कंपनियों को टैरिफ वॉर में घाटा उठाना पड़ रहा है। एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (एजीआर) विवाद में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद टेलीकॉम कंपनियों की मुश्किलें और बढ़ गईं। जुलाई-सितंबर तिमाही में वोडाफोन-आइडिया को 50,921 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। यह किसी भारतीय कंपनी का एक तिमाही में सबसे बड़ा नुकसान है। वोडाफोन-आइडिया ने पिछले दिनों टैरिफ बढ़ाने का फैसला भी लिया, लेकिन इससे जो फायदा होने की उम्मीद है वह जरूरतों के हिसाब से पर्याप्त नहीं होगा।
वोडाफोन-आइडिया के शेयर में लगातार दूसरे दिन तेज गिरावट
बिड़ला के बयान के बाद शुक्रवार को बीएसई पर शेयर 8.89% गिरकर 6.66 रुपए पर आ गया। हालांकि, बाद में 4% रिकवर होकर 5% नुकसान के साथ बंद हुआ। ब्रिकवर्क रेटिंग्स के डाउनग्रेड करने की वजह से गुरुवार को भी 5% गिरावट आई थी।
टिप्पणियाँ