हाथरस से ग्राउंड रिपोर्ट:कमरे में कैद रहा पीड़ित परिवार, आज भी रसोई में खाना नहीं बन सका; आज आरोपियों के परिवारों के साथ ठाकुरों की महापंचायत
हाथरस में हुए कथित गैंगरेप के बीस दिन बाद और पीड़ित का शव जलाए जाने के चार दिन बाद अब गांव और परिवार का माहौल बदला हुआ है। शनिवार को दो दिन के बैन के बाद गांव से लॉकडाउन हटा लिया गया और मीडिया को गांव में जाने की अनुमति दे दी गई। कैमरामैन और रिपोर्टर भागते-दौड़ते, हांफते-हांफते जब पीड़िता के घर पहुंचे तो परिजन बात करने के लिए बहुत उत्सुक नहीं दिखे। अब तक मीडिया से खुलकर बात करता रहा परिवार कुछ असमंजस में, कुछ गुमसुम नजर आया। उत्तर प्रदेश के डीजीपी एचसी अवस्थी और अतिरिक्त गृह सचिव अवनीश अवस्थी पीड़ित परिवार से बात करने पहुंचे। पीड़ित की मां ने धीमी आवाज में उन्हें फिर से वही बातें बताईं जो वो बीते चार दिनों से बार-बार दोहराती रही हैं। अवनीश अवस्थी ने अपनी डायरी में बिंदुवार उनकी मांगों को नोट किया और इंसाफ का भरोसा देकर चले गए। यूपी सरकार के शीर्ष अधिकारियों के जाने के बाद परिजन से जब मैंने पूछा कि क्या वो संतुष्ट हैं तो पीड़ित की भाभी ने कहा, ‘वो कोई पानी की बौछार नहीं डाल गए कि हम एकदम संतुष्ट हो जाएं। या हम सरकार से भीख नहीं मांग रहे हैं कि इतने पैसे दे दो और हम संतुष्ट हो जाएं। हमने...